
CG JAGRAN.COM/कोरिया वनमण्डल और गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान की सीमा क्षेत्र में कुदरी और कटवार के जंगल में एक दिन पहले शुक्रवार को बाघ मृत अवस्था मे मिला था । लोधार नदी के समीप खनखोपर नाले में बाघ को देखा गया जिसके बाद हड़कंप मच गया। वन अमला मौके पर पहुँचा , अम्बिकापुर से खुद मुख्य वन संरक्षक भी रात में मौके पर पहुँचे इलाके की सर्चिंग की गई लेकिन कुछ हाथ नही लगा । रात भर बाघ की निगरानी करने के बाद शनिवार की दोपहर पीएम कर उसका अंतिम संस्कार किया गया । जानकारी मिली कि बाघ के शरीर के सभी अंग मौजूद थे और वह पूरी तरह वयस्क था । मौके पर वन अमले के अलावा वाइल्ड लाइफ डॉग स्क्वायड टीम पशु चिकित्सक और बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद थे । ग्रामीणों ने बताया कि उनके इलाके में बाघ का मूवमेंट पहले नही रहा था।