CG JAGRAN.COM/खेती के लिए बहुत ज्यादा जमीन नहीं होने के बावजूद किसान धनादास अपने खेत में धान बो लेते हैं और इसे उपार्जन केंद्र ले जाकर बेच देते हैं। उन्हें मालूम है कि पिछले साल भी जब उन्होंने अपनी खेत में लगी धान को बेचा था तब समर्थन मूल्य की राशि के अलावा जो अंतर की राशि थी वह एकमुश्त खाते में आ गई थी। उन्हें प्रति क्विंटल 3100 रूपये की दर से धान का लाभ मिला था। इसके अलावा दो साल का बकाया बोनस की राशि भी उन्हें मिली थी। धनाराम को खुशी है कि इस बार भी उन्हें अपनी मेहनत का पूरा मूल्य मिलेगा।
करतला विकासखंड अंतर्गत ग्राम बैगापाली के किसान धनादास ने बताया कि उनके पास लगभग एक एकड़ की जमीन है, जिस पर धान की फसल बोता है। अभी धान की कटाई में व्यस्त किसान धनादास ने बताया कि विगत वर्ष भी उन्होंने अपना धान बेचा था, धान बेचने की गई व्यवस्था पहले की अपेक्षा बहुत बदल गई है और सुविधाजनक हो गई है। धान का समर्थन मूल्य मिलने के साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अतिरिक्त राशि दी जाती है। हमें खुशी है कि हम किसानों को एक क्विंटल धान की कीमत 3100 रूपए मिलती है, जो कि अन्य राज्यों की तुलना में सर्वाधिक है। किसान धनाराम ने बताया कि छत्तीसगढ़ की सरकार किसानों के कल्याण की दिशा में काम कर रही है। कृषक उन्नति की दिशा में उठाए गए कदम से किसानों को राहत मिल रही है और किसान भी खुश है। उन्होंने बताया कि जल्दी ही फसल की मिंजाई करने के बाद वह भी अपनी धान उपार्जन केंद्र में बेचेंगे, उन्होंने अपना पंजीयन भी कराया है। किसान धनादास ने बताया कि उनका बीपीएल राशनकार्ड भी बना है और उनकी पत्नी श्रीमती पर्वतिया बाई को महतारी वंदन योजना की राशि एक हजार रूपए प्रतिमाह मिल रही है।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा कृषक उन्नति योजना के तहत खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान के लिए 19,257 रुपये प्रति एकड़ की आदान सहायता राशि प्रदान की गई है। इस सहायता से किसानों के मनोबल में वृद्धि हुई है और वे अपनी कृषि उपज का उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रेरित हुए हैं। यह योजना किसानों के आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।